पुरुषों में गुप्त रोग से जुड़ी कई समस्याएं होती है जो उन्हें सेक्स करने के लिए और भी कमज़ोर बना देती है | ऐसी ही समस्या है धातु रोग या फिर धात रोग भी इसको कहा जा सकता है | ये ऐसी समस्या होती है जो पुरुष अक्सर लोगो से कहने में हिचकिचाते है और अंदर ही अंदर इसका इलाज करते रहते है | इस लेख में आज हम आपको बताएँगे धातु रोग के बारे में, धातु रोग क्या है, धातु रोग के लक्षण, धातु रोग के कारण और धातु रोग का इलाज |
अगर में पुरुषों की सभी यौन रोगों से जुडी हुई समस्याओं की बात करू तो इन समस्याओं से दो वर्ग के पुरुष ज़्यादा जूझते है | धातु रोग से अक्सर कर युवा ज़्यादातर झूझते है और वो पुरुष ज़्यादा झूझते है जिनका वीर्य पतला होता है | इस समस्या को पुरुषो को समय रहते ही हल कर देना चाहिए | अगर ये समस्या एक बार ज़्यादा बढ़ जाती है तो बाद में पुरुषो को बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है |
विषय सूची – Table of Content
1. धातु रोग क्या है – What is Spermatorrhoea in Hindi
2. धातु रोग के कारण – Spermatorrhoea causes in Hindi
3. धातु रोग के लक्षण – Symptoms of Spermatorrhoea in Hindi
4. धातु रोग के जोखिम कारक – Risk Factors of Spermatorrhoea In Hindi
5. धातु रोग का आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment of Spermatorrhoea in Hindi
6. Degnight60 – Degnight60 in Hindi
- Degnight60 tablet कैसे काम करती है ?
- Degnight60 के साइड इफेक्ट्स – Degnight60 Side effects in Hindi
- Degnight60 को इस्तेमाल कैसे करे – How to use Degnight60 in Hindi
- Degnight60 को कैसे खरीदें – How to order Degnight60 in Hindi
7. धातु रोग को ठीक करने के लिए योग – Yoga for Spermatorrhoea Treatment in Hindi
धातु रोग क्या है – What is Spermatorrhoea in Hindi
धातु रोग एक ऐसी समस्या है जो पुरुषो के वीर्यपात से जुडी हुई होती है धातु रोग को कई नाम से जाना जाता है जिसमे इसे धात रोग भी बोला जाता है और अंग्रेजी में इसे Dhat Syndrome और Spermatorrhoea के नाम से जाना जाता है | यह पुरुषो में एक ऐसी स्तिथि है जिसमे उनका वीर्यपात तब होता है जब पुरुष इसके लिए बिलकुल भी तैर नहीं होते है यानि की अचानक से | ये समस्या पुरुषों में अक्सर नींद के दौरान, पेशाब करने के दौरान या फिर मल त्याग के दौरान होती है |
धातु रोग एक ऐसी स्तिथि बना देता है जब पुरुषो में वीर्यपात उनकी आवश्यकता से ज़्यादा होने लगता है | वीर्य का निकलना एक आम प्रक्रिया होती है लेकिन जब ये कभी भी और बिना सम्भोग के निकले तो धात रोग बोला जाता है | ये एक ऐसी समस्या होती है जिसके चलते पुरुषो के यौन अंगो में कमज़ोरी यानि कि दुर्बलता आने लगती है और सेक्स के लिए पुरुष बहुत कमज़ोर हो जाते है | देखा जाए तो धात रोग पुरुषो के पूरे ही स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है |
दरसल धातु रोग किसी भी उम्र के पुरुष में हो सकता है इसकी कोई सुनिश्चित उम्र नहीं है | देखा जाये तो , आज कल के पुरुष यानि की युवा पुरुष अश्लील बातो के बारे में ज्यादा सोच विचार करते है जिससे उनमे यह समस्या होना कोई बड़ी बात नहीं है | जो पुरुष हमेशा सम्भोग या फेर अश्लील बातो के बारे में ज्यादा सोचते रहते है, ये फिर किसी प्रकार की कल्पना करते है तो उन पुरुषो के अंदर ये समस्या होने का ज्यादा खतरा रहता है |
अध्ययनों ने भी इस बात को कहा है के युवा पुरुष नींद में, या फिर दिन के किसी भी समय में किसी भी प्रकार की अगर कल्पना करते है या फिर उन्ही यौन क्रियाओ के बारे में ज़्यादा सोचते है तो ये धातु रोग का कारण बन जाती है | इन्ही कारण की वजह से लिंग में वीर्यपात कभी भी हो जाता है या फिर हल्का गीला चिपचिपा पदार्थ उनके लिंग में से निकलता रहता है |
धातु रोग के कारण – Spermatorrhoea causes in Hindi
धातु रोग के 1 या 2 कारण नहीं होते है, इसके कई कारण हो सकते है जो पुरुषो की इस समस्या को बढ़ाते है | जब इसके कारण पुरुषो को पता चल जाते है तो कई बार उन्हें ये समझ के नज़रअंदाज़ किया जाता है के ये तो कोई समस्या ही नहीं है अपने आप खत्म हो जाएगी, लेकिन ऐसा नहीं होता है | जान लेते है धातु रोग के कारण –
1. कल्पना – किसी भी चीज को देख कर उसकी मन में कल्पना कर लेना धातु रोग का एक सबसे बड़ा कारण होता है | ये अक्सर तब होता है जब आप किसी खूबसूरत महिला के पास है या फिर किसी महिला के संपर्क में है | ऐसी स्थिति में ज्यादातर नींद के समय धात गिरता है और इसका आपको सुबह उठकर पता चलता है |
2. हस्तमैथुन – हस्तमैथुन युवा सबसे ज़्यादा करते है और उनमे धात रोग की समस्या का खतरा भी उतना ही होता है | कहा जाता है कि ज़्यादा हस्तमैथुन करने से या हस्तमैथुन की लत से भी धात रोग को बढ़ावा मिलता है जिससे वीर्य पतला होता है |
3. वीर्य पतला होना – शरीर में कई ऐसे कारण होते है जो वीर्य को पतला बना देते है और इसी के कारण धात रोग की समस्या भी पनपने लगती है | वीर्य उन पुरुषो में ज़्यादा पतला देखा जाता है जिन्हे हस्तमैथुन की लत लगी हुई है और उसकी वजह से कमज़ोरी के साथ साथ धात रोग भी बढ़ने लगता है |
4. गर्मी उतपन्न होना – गर्मी की वजह से वीर्य का स्खलन होना बहुत आम बात होती है | कई बार रात को सोने से पहले गर्म पानी से नाहा लेना या फिर सम्भोग के लिए ज़्यादा उत्तेजित रहना धातु रोग का कारण बन जाता है | ऐसे में जब आप रात को सोते है तो चिपचिपा पदार्थ आपके लिंग में से निकलने लगता है |
5. शारीरिक कमज़ोरी – पुरुषो के शरीर में कमज़ोरी के कारण न सिर्फ धात रोग की समस्या उत्पन्न होती है बल्कि कई और भी यौन शिकायते है जिनका पुरुषो को सामना करना पड़ता है | शारीरिक कमज़ोरी के कारण शरीर को ना तो पोषण सही से मिल पाता है और ना ही ज़रूरी तत्व शरीर तक पहुंच पाते है |इस स्तिथि में कमज़ोरी के कारण वीर्य की गुणवत्ता कम हो जाती है और धातु रोग का खतरा भी बढ़ जाता है |
6. सम्भोग में असंतुष्टि – जब आप सम्भोग करते है और सम्भोग के चरम सुख पर होते है तो वीर्य स्खलन हो जाता है, जो की एक आम प्रक्रिया है | पर जब आप यौन असंतुष्ट रह जाते है तो थोड़ा थोड़ा कर के चिपचिपा पदार्थ निकलता है, जो धातु रोग का कारण बन सकता है |
इसी जैसे कई और भी कारण है जो धात रोग के लिए ज़िम्मेदार है और आपकी समस्या को और भी ज़्यादा बढ़ा देते है , वो कारण कुछ इस प्रकार है –
* अश्लील बाते ज्यादा सोचना
* ऊर्जा की कमी
* खुद पर कण्ट्रोल न रहना
* तंत्रिका तंत्र में कमजोरी
* जननांग में कमी होना
* उत्तेजना बढ़ाने वाली मूवी ज्यादा देखना
* शरीरर में शारीरिक सम्वन्ध बनाने की उत्तेजना
* शारीरिक रूप से ज्यादा जोशीला ना होना
* लिंग कमजोर होना
* योन शिक्षा का आभाव
* भाबात्मक गति विधि आदि
धातु रोग के लक्षण – Symptoms of Spermatorrhoea in Hindi
धातु रोग के लक्षण को पहचानना इतना आसान नहीं होता है क्योकि ये बिल्कुल सामन्य लगते है | कई बार पुरुषो को इस समस्या के लक्षण दिखाई देते है पर इसके बावजूद भी बहुत से पुरुष उसे नज़रअंदाज़ कर देते है और आगे अपनी दिनचर्या में व्यस्त हो जाते है | इस समस्या को नजरअंदाज करना इसका हल नहीं है, इसके लक्षण पहचान कर इसे समय रहते खत्म करना ही इसका हल है | समय रहते अगर ये समस्या खत्म हो जाएगी तो आप सेक्स पावर को बढ़ा पाएंगे और सेक्स का और भी खुल कर आनंद ले पाएंगे | धात रोग के लक्षण कुछ इस प्रकार है-
* शरीर में थकान रहना
* कमर में दर्द रहना
* हर समय शरीर में आलस बना रहना
* शारीरिक कमजोरी महसूस होना
* असमय वीर्य पात *योनि स्राव
* पेशाब क साथ वीर्य का अचानक से निकलना
* थोड़ा सा ही सम्भोग के बारे में सोचने पर चिपचिपा पानी निकलना
* आवश्यकता के अनुसार ज़्यादा वीर्यपात होना
* दिन के किसी भी समय वीर्यपात होना आदि
ये सभी वो लक्षण थे जो आपको धात रोग की समस्या होने से पहले ही संकेत दे देते है | इन सभी लक्षणों की मदद से पुरुष धात रोग को समय से पहले ही खत्म कर सकते है और इसे बढ़ने से भी रोक सकते है |
धातु रोग के जोखिम कारक – Risk Factors of Spermatorrhoea In Hindi
देखिये ये बात तो हम सभी जानते है कि, कोई भी समस्या हमसे तब तक नहीं जुड़ सकती है जब तक की हम उसके कारको से न जुड़ पाए | ऐसी ही है ये धातु रोग की समस्या जिसके होने के कुछ जोखिम कारक होते है | जिनकी वजह से यह रोग कभी कभी जिंदगी भर तक पुरुषो का पीछा ही नहीं छोड़ता है | धातु रोग के जोखिम कारक कुछ इस प्रकार है –
* शरीर में वीर्य की कमी होना
* अधिक भोजन करना
* कब्ज रहना
* नींद का खराब होना
* शरीर में बेचैनी रहना
* बुरी सांगत
* हस्थमैथुन की जानकारी का कम होना
* चरम सुख पाने के लिए ज्यादा तीव्र होना
* शरीर में दर्द रहना, आदि ऐसे जोखिम कारक है जिनके बारे में आपको पता होना जरूरी है |
धातु रोग का आयुर्वेदिक उपचार – Ayurvedic Treatment of Spermatorrhoea in Hindi
धात रोग को कम करने के लिए आयुर्वेद में से बहुत सारे नुस्खे और जड़ी बूटिया बतायी गयी है | लेकिन एक समय पे इन सभी जड़ी बूटियों को एक साथ लेना, इस व्यस्त जीवनशैली में हर किसी के लिए संभव नहीं है | कहा जाता है जो समस्या कोई हल ना कर पाए उसका आयुर्वेद में ज़रूर कोई उपचार होता ही है | यहाँ भी कुछ ऐसा ही बेहतरीन आयुर्वेदिक उपचार मौजूद है जो पुरुषो की धातु रोग की समस्या को जड़ से खत्म कर सकता है |
Degnight60 – Degnight60 in Hindi
Degnight60 धात रोग की आयुर्वेदिक दवा है जो ख़ास तौर विभिन्न तरह की जड़ी बूटियों से मिलाकर बनायीं गयी है | ये दवा धात रोग को बहुत ही कम समय के अंदर खत्म कर सकती है | Degnight60 tablet के फॉर्म में उपलब्ध है जो उन ख़ास जड़ी बूटियों की मदद से बनी है, जिनका ज़िक्र आयुर्वेद में हुआ है | Degnight60 Tablet पुरुषो के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है क्योकि ये सभी यौन रोगो को खत्म करने की ताकत रखती है |
आयुर्वेद के महान आचार्यों ने इस बात को कहा भी है और सिद्ध भी किया है के यौन रोगो को खत्म करने का सबसे बेहतरीन उपाय सिर्फ आयुर्वेदिक जड़ी बूटिया है | ऐसा ही कुछ Degnight60 tablet के साथ भी है, इसे 15 से भी ज़्यादा जड़ी बूटियों की मदद से बनाया गया है, उनमे कुछ ये जड़ी बूटिया शामिल है –
* अश्वगंधा * शिलाजीत * अकरकरा * सफ़ेद मूसली * काली मूसली * जायफल * जावित्री * माल कांगिणी * कुचला * शतावर * वांग भस्म * प्रबल भस्म * कौंच बीज * विदारी कण्ड * लाजवंती * गोखरू * सलम पंजा * सलम गट्टा आदि जड़ी बूटिया इसमें शामिल है जो धातु रोग के लिए पूरी तरह से जड़ से अंदर तक जाकर काम करती है |
Degnight60 tablet कैसे काम करती है ?
Degnight60 tablet का जब आप सेवन करना शुरू करेंगे तो ये शरीर के अंदर जाकर शरीर को उत्तेजित करने वाले हॉर्मोन को काबू करेगी जिससे वीर्य बार बार बहार न आये | उसके बाद ये वीर्य की गुणवत्ता को बेहतर करेगी जिससे वीर्य गाढ़ा हो जायेगा और हस्तमैथुन से आयी कमज़ोरी के कारण धातु रोग कम होता चला जाएगा | Degnight60 tablet में कई ऐसे पोषक तत्व भी पाए जाते है जो शरीर में पोषण की कमी को दूर करते है जिससे कमज़ोरी खत्म हो जाती है और धात रोग का खतरा भी टल जाता है |
Degnight60 tablet धातु रोग को खत्म करने के साथ साथ शरीर को मज़बूती भी देती है जिससे पुरुषो में अन्य यौन समस्याएं भी खत्म हो जाती है जैसे की सेक्स पावर की कमी, कामेच्छा की कमी, लिंग लम्बा न होना, लिंग में तनाव न आना आदि | ये दवा बढ़ती उम्र वाले पुरुष भी इस्तेमाल कर सकते है जिनको धातु रोग के अलावा और भी कोई यौन रोग है |
वैसे तो बढ़ती उम्र में सबसे ज्यादा शिकायत मर्दाना ताकत की कमी की होती है, उस समस्या में भी हर वर्ग का पुरुष इसे इस्तेमाल कर सकता है | इसका सबसे बड़ा फायदा तो यही है के इसे 25 साल के जवान पुरुष से लेकर 60 साल तक का पुरुष इस्तेमाल कर सकता है |
Degnight60 के साइड इफेक्ट्स – Degnight60 Side effects in Hindi
दरसल, Degnight60 tablet एक मात्र ऐसी आयुर्वेदिक दवा है जो 15 से भी ज़्यादा जड़ी बूटियों का मिश्रण है | इस दवा के हर्बल तत्वों के कारण ही इस दवा के कोई भी साइड इफेक्ट्स नहीं है | इस दवा को कोई भी पुरुष बेझिझक हो कर इस्तेमाल कर सकता है और धात रोग के अलावा बाकी यौन रोगो को भी खत्म कर सकता है |
Degnight60 tablet को दुनियाभर के 42 यूरोलॉजिस्ट द्वारा प्रमाणित किया गया है | ये टेस्टेड और मेडिकली एप्रूव्ड दवा है जिससे इस पर पूरी तरह से भरोसा किया जा सकता है | इस दवा को पुरुषो की सुरक्षा को देखते हुए ही बनाया गया है जिससे न तो पुरुषो के लिंग पे कोई साइड इफ़ेक्ट होगा न ही उनके शरीर पर |
Degnight60 को इस्तेमाल कैसे करे – How to use Degnight60 in Hindi
Degnight60 tablet के फॉर्म में जिसे इस्तेमाल करना बहुत आसान है | इसके टेबलेट के फॉर्म में होने का सबसे बड़ा फायदा ये है के आप इस दवा को जब चाहें, जहाँ चाहें, जैसे चाहें, इस्तेमाल कर सकते है | Degnight 60 tablet के एक पैक में 60 टेबलेट आती है जिसे इस्तेमाल करने के लिए आपको इसकी एक गोली को रोज़ रात को खाना खाने के बाद दूध के साथ सेवन करना है |
Degnight60 को कितने दिन खाना है –
ये पुरुषों द्वारा पुछा जाने वाला सबसे आम सवाल है| धात रोग को खत्म करने के लिए Degnight60 tablet को आपको नियमित 60 दिनों तक खाना होगा | 60 दिनों के अंदर आपका धात रोग पूरी तरह से खत्म हो जायेगा और आप एक असली मर्द की तरह बिस्तर पर फिर से अपनी पत्नी के साथ धमाल मचा पाएंगे |
Degnight60 को कैसे खरीदें – How to order Degnight60 in Hindi
Degnight 60 tablet ना केवल एक ऐसी दवा है जो धात रोग को खत्म करती है बल्कि आपको हमेशा के लिए जवान भी बनाए रखती है | आप बुढ़ापे में भी पूरे आत्मविश्वास के साथ अपनी sexual fanatsy or sexual desire को पूरा कर सकते है | ये निश्चित ही आपके लिए एक बेहतर उपाय साबित होगा | इसके पहले दिन के सेवन से ही आपके शरीर में धात रोग की समस्या कम होती चली जाएगी और आपका शरीर दुगना ताकतवर हो जायेगा |
Degnight60 tablet को अभी सबसे कम और उचित कीमत पर खरीदने के लिए नीचे दिए किसी भी बटन पे क्लिक कर के आप इस बेहतरीन दवा को अपने घर माँगा सकते है वो भी घर बैठे |
धातु रोग को ठीक करने के लिए योग – Yoga for Spermatorrhoea Treatment in Hindi
धातु रोग को दूर करने के लिए आप ध्यान केंद्रित योग का सहारा भी ले सकते है | ऐसा करने से आपके मन में आने वाले गलत ख्याल आना बंद हो जाते है और आपको कई हद तक धातु रोग में फायदा मिलता है | आपको इस रोग से बचने के लिए अपने मन को स्तिथ करना होगा जिससे आपका मन इन खयालो से बटकेगा नहीं और कई हद तक धातु रोग में आपको योग से फायदा दिखाई भी देगा |
योग करने से न केवल मन में स्थिरता आएगी बल्कि शरीर भी स्वास्थ्य बना रहेगा जिससे बाकि यौन रोगो के खतरे को भी कम किया जा सकता है | योग एक ऐसा उपाय है जो बिना किसी मेहनत के ही आपको फायदा देता है और योग को करने से एक नहीं बल्कि अनेक फायदे मिलते है जो आपको हर समय मदद करेंगे | कुछ योगासन है जिन्हे आप घर पर कर सकते है और इन्ही की मदद से आप धात रोग को भी कम कर सकते है –
* ताड़ासन
* भुजंगासन
* उष्ट्रासन
* गोमुखासन
ये चारो वो आसान थे जो आपको धात रोग में और मन को स्थिर करने में फायदा पहुचायेंगे जिससे आपके ख्याल इधर उधर न भटके |
निष्कर्ष – Conclusion
धात रोग एक ऐसी समस्या है जो एक बार हो जाने पर आपको आगे तक परेशान करती है | धात रोग क्या है, इसके लक्षण क्या है, इसके कारण क्या है, और इसका आयुर्वेदिक उपचार इन सभी चीज़ो को अच्छे से जानिये जिससे आप इस समस्या को सही समय पे पहचान पाएं और आगे बढ़ने से इसे रोकें और वहीँ इस समस्या का उपचार भी कर दे |
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