1. मधुमेह क्या है – What is Diabetes in Hindi
2. मधुमेह के प्रकार – Type of Diabetes in Hindi
3. मधुमेह के लक्षण – Symptoms of Diabetes in Hindi
4. मधुमेह के कारण – Causes of Diabetes in Hindi
5. मधुमेह से बचाव – Prevention of Diabetes in Hindi
6. मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए घरेलु उपाय – Home Remedies to control Diabetes in Hindi
मधुमेह क्या है – What is Diabetes in Hindi
मधुमेह जिसे अंग्रेजी में डायबिटीज और आम भाषा में शुगर बोला जाता है, ये एक ऐसी बीमारी है , जो आपके शरीर में रक्त शर्करा (blood sugar) जिसे ब्लड ग्लूकोज़ भी कहते हैं , स्तर के बढ़ जाने पर ये समस्या हो जाती हैं। ब्लड ग्लूकोज़ खाए गए भोजन से मिलता है । जब हमारे शरीर में पैनक्रियाज में इंसुलिन का पहुंचना कम हो जाता है और रक्त में ग्लूकोज़ का स्तर बढ़ जाता है तो इस स्तिथि को डॉयबिटीज़ यानि के मधुमेह बोला जाता है ।
मधुमेह के प्रकार – Type of Diabetes in Hindi
मधुमेह तीन प्रकार का होता है | इसे हम विस्तार में निम्लिखित रूप में जानते हैं।
1. टाइप 1 डायबिटीज – Type 1 Diabetes in Hindi
टाइप 1 डायबिटीज में इन्सुलिन बिलकुल ही नहीं बनता है | अक्सर इसका प्रभाव बाल अवस्था में होता है | आमतौर पर 30 वर्ष की आयु से कम की आयु में इसे किशोरावस्था मधुमेह भी कहा जाता है। इस प्रकार के मधुमेह में इन्सुलिन तैयार करने वाली कोशिकाएं होती ही नहीं हैं।इसे एक ऑटोइम्म्युने डिजीज भी बोला जाता है |
2. टाइप 2 डायबिटीज – Type 2 Diabetes in Hindi
टाइप 2 डायबिटीज के रोगी के शरीर में इन्सुलिन की मात्रा कम होती है | इसमें शरीर इन्सुलिन बनाता तो है , लेकिन मात्रा कम होती है और बहुत बार वो इन्सुलिन अच्छे से काम नहीं करता है | टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 45 साल की उम्र के बाद ज़्यादा बढ़ जाता है | और जिन लोगो में डायबिटीज अनुवांशिक कारणों से है तो उन लोगो में इसका खतरा और भी बढ़ जाता है |
3. जेस्टेशनल डॉयबिटीज़ – Gestational Diabetes in Hindi
जेस्टेशनल डॉयबिटीज़ महिलाओं को प्रेगनेंसी के समय में हो जाती है। यह प्रेग्नेंट महिलाओ के ब्लड शुगर के स्तर बड़ा देती है। जिन महिलाओं को पहले से डॉयबिटीज़ नहीं होती है वो भी इसके चपेट में आ जाती है। इस समय इन्सुलिन की मदद से ब्लड शुगर को कंट्रोल रखा जाता है और प्रेगनेंसी के बाद ये सही हो जाता है।
मधुमेह के लक्षण – Symptoms of Diabetes in Hindi
टाइप 1 और टाइप 2 डॉयबिटीज़ के लक्षण एक जैसे ही होते हैं, जैसे की –
- ज्यादा भूख लगना ।
- बार बार पेशाब का आना ।
- अचानक वजन कम होना ।
- कमज़ोरी , थकान और चिड़चिड़ापन होना ।
- आँखों की रोशनी अचानक कम होना ।
- घाव का जल्दी न भरना |
- लगातार शरीर में दर्द की शिकायत होना |
- खुजली या फिर त्वचा का रोग होना |
- शरीर में पानी की कमी
- प्यास ज्यादा लगना
इन सभी लक्षणों की मदद से आप डायबिटीज यानि के मधुमेह की बीमारी को पहचान सकते है और इसका सही उपचार भी कर सकते है |
मधुमेह के कारण – Causes of Diabetes in Hindi
डायबिटीज के कई कारण हो सकते है जो की टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज दोनों में अलग होते है | ये तो आप सभी लोग जानते ही होंगे के हमारे शरीर की जो पैंक्रियास ग्रंथि होती है वो जब ठीक से काम नहीं करती है या फिर कह लीजिये के वो काम करना बंद कर देती है तो ये समस्या पैदा होने लगती है | जहाँ ये समस्या का एक ठोस कारण ये है वही कई और भी कारण है जो इस पर निर्भर करते है –
- मधुमेह का अहम कारण होता है ,जिसके शरीर में इंसुलिन का न बनना जिसके वजह से खून में ग्लूकोज़ की मात्रा बढ़ जाती है |
- डॉयबिटीज़ एक जेनेटिक रोग है, अगर किसी के माता – पिता को डॉयबिटीज़ है। तो उनके बच्चो में यह आशंका बढ़ जाती हैं |
- मीठे का अधिक सेवन करना |
- रक्त में शुगर का स्तर ज़्यादा होना |
- मोटापा भी है एक कारण
- कम नींद लेना
- भोजन सही से न करना
इन सभी कारणों की वजह से किसी को भी डायबिटीज जैसी गंभीर बीमारी हो सकती है | इन कारणों पर काम करने से आप डायबिटीज की समस्या होने से रोक सकते है या उसका बचाव कर सकते है |
मधुमेह से बचाव – Prevention of Diabetes in Hindi
मधुमेह एक गंभीर बीमारी है और इससे पीड़ित व्यक्ति को कई तरह की बीमारी का सामना करना पड़ सकता है ,लेकिन कुछ सावधानी लेकर डॉयबिटीज़ से बचाव किया जा सकता है और अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव लाकर इस बीमारी से बचा जा सकता है, जैसे कि –
1. वजन को बढ़ने न दे – हमेशा अपने वजन का धयान रखे। मोटापा अपने साथ कई बीमारियों को जन्म देता है और डॉयबिटीज़ उनमे से एक है। वजन संतुलित रहने से आपका शरीर में इन्सुलिन के प्रति सेन्सिटिव हो जाता है |
2. तनाव मुक्त रहे – तनाव और चिंता आपके शरीर में डॉयबिटीज़ बढ़ने की खास वजह होती है। इसीलिए जरुरी है की आप अपने मन को शांत रखे। और उसके लिए आप मैडिटेशन का सहारा ले सकते है।
3. खान-पान का ध्यान रखें – हाई कार्बोहाइड्रेट वाले खाने से दूर रहे जैसे की मैदा , पास्ता, चावल, आलू, आदि से परहेज करें | ज्यादा घी और तेल में बना हुआ और ग्रिल्ड और स्टोरेज चीजों से दूरी बनाने की कोशिश करें | अपने डाइट में फल, सलाद, स्प्राउट्स, छाछ को शामिल करें |
4. व्यायाम करें – नियमित एक्सरसाइज करें, सुबह- शाम टहलें और खूब शारारिक परिश्रम करें | शरीर को अधिक से अधिक एक्टिव रखें |
5. धूम्रपान से दूर रहें – धूम्रपान और अल्कोहल का सेवन न करे, नहीं तो शुगर होने की संभावना बढ़ जाती है |
मधुमेह को कंट्रोल करने के लिए घरेलु उपाय – Home Remedies to control Diabetes in Hindi
1. ताज़ा करेले का रस का रोज़ाना सेवन करना मधुमेह में काफी लाभदायक माना जाता है |
2. लगभग एक महीने के लिए अपने रोज़ के आहार में एक ग्राम दालचीनी का इस्तेमाल करें, इससे ब्लड शुगर लेवल को कम करने के साथ वजन को भी कम करता है । यह मधुमेह का अचूक उपचार है ।
3. डायबिटीज रोगियों की आँखो की रौशनी कम हो जाती है इसलिए उनको गाजर, पालक का जूस जरूर पीना चाहिए |
4. दिन में एक बार 2 चम्मच लौकी के रस को एक चम्मच आंवला के रस के साथ मिलकर कर सेवन करें |
5. मधुमेह के उपचार के लिए मैथीदाने का बहुत महत्व है, इससे पुराना मधुमेह भी ठीक हो जाता है। मैथीदानों का चूर्ण रोज़ सुबह खाली पेट दो छोटे चम्मच पानी के साथ लेना चाहिए ।
6. सुबह उठ कर मीठे नीम की पत्ती चबाए इससे बहुत लोगो को फ़ायदा मिला है |
7. शाम के समय आधा चम्मच मेथी दाना साफ पानी में भिगोकर रखें। और सुबह छानकर पानी खाली पेट पिएं। इससे कोलेस्ट्रोल और शुगर दोनों में ही लाभ मिलता है।
मधुमेह के लक्षण, कारण, बचाव और उपाय की मदद से पुरुष और महिलाएं इस बीमारी से बच सकती है और जिन लोगों को डायबिटीज के लक्षण नज़र आ रहे है वो इसे रोक सकते है |
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